अनवारूल हक
नयी दिल्ली, एक जनवरी :भाषा: अभिनेता रज़ा मुराद पाकिस्तान की जेल में 22 साल से बंद भारतीय कैदी सरबजीत सिंह की रिहाई के लिए सरबजीत बचाओ आंदोलर्नं शुरू करने जा रहे हैं और वह अपनी इस मुहिम के तहत सबसे पहले राष्ट्रीय स्तर पर हस्ताक्षर अभियान चलाएंगे।मुराद ने भाषा के साथ बातचीत में कहा, मैं नए साल की शुरआत में ही अपनी मुहिम शुरू करूंगा। सबसे पहले हम राष्ट्रीय स्तर पर हस्ताक्षर अभियान चलाएंगे। इसमें पिल्मी सितारों, सभी सांसदों और विधायकों को शामिल किया जाएगा।उन्होंने कहा, हस्ताक्षर अभियान पूरा होने के बाद हम पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के नाम से एक ग्यापन दिल्ली में पाकिस्तान के दूतावास को सौंपेगे। इसकी एक एक प्रति राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और विदेश मंत्री एस एम कृष्णा को सौंपी जाएगीर्।मुराद अपनी इस मुहिम में आम लोगों को जोड़ने के लिए सोशल मीडिया का भी सहारा लेंगे। वह जल्द ही सरबजीत को बचाने के अपने आंदोलन को फेसबुक और ट्विटर जैसी वेबसाइट से जोड़ेंगे। उनका कहना है, हम सबको आमंत्रित करते हैं कि वे इस आंदोलन के साथ जुड़े। यह एक ऐसे इंसान को बचाने की मुहिम है, जो 22 साल से जेल में हैर्।र्ं पंजाब से ताल्लुक रखने वाला सरबजीत बीते 22 साल से पाकिस्तानी जेल में बंद है। उसे लाहौर और मुल्तान में हुए विस्पोटों के मामले में पाकिस्तान में दोषी करार दिया गया था और मौत की सजा सुनाई गई थी। उसके परिजन उसे बेकसूर बताते हैं और उसकी रिहाई की मांग कर रहे हैं।मुराद ने पिछले दिनों अमृतसर में सरबजीत की बहन दलबीर कौर, पत्नी सुखप्रीत कौर और बेटी पूनम से मुलाकात की थी। इस अभिनेता का कहना है कि परिजनों से मुलाकात के बाद ही उसने सरबजीत की रिहाई के लिए मुहिम चलाने का पैसला किया। उन्होंने कहा, यह हममें से कोई नहीं जानता कि सरबजीत गुनाहगार है या नहीं। मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि एक इंसान 22 साल से जेल में बंद है और ऐसे में वह बाहर आने का हकदार है। परिजनों की पीड़ा देखने के बाद मैंने अपनी ओर से कोशिश करने का पैसला कियार्। मुराद का कहना है कि सरबजीत को बचाने की मुहिम से वह सलमान खान, शत्रुघ्न सिन्हा और राज बब्बर जैसे कलाकारों को जोड़ने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा, मैं इन अभिनेताओं से बात करूंगा और उम्मीद है कि ये लोग हमारा साथ देंगे। उन्होंने कहा, इस मुहिम में मैं पंजाबी पिल्मों के लोगों को भी साथ लूंगा। हम सरबजीत के परिवार वालों के साथ वाघा सीमा पर एक कैंडल मार्च निकालेंगे। इस मामले को व्यापक स्तर पर उठाने का हर संभव प्रयास किया जाएगा ताकि सरबजीत की रिहाई मुमकिन हो सके।संपादकीय सहयोग-अतनु दास